Friday, January 1, 2010

एक कविता ब्‍लागर मित्रों के नाम

नये वर्ष पर आज फिर डायरी और कलेण्‍डर बदल गए, बस नहीं बदले तो ब्‍लागर मित्र। मेरी दीवारें और टेबल खुश है, क्‍योंकि उन पर कोई नया चित्र आने वाला है। लेकिन मैं खुश हूँ कि मेरे पास मेरे पुराने मित्र हैं।  नव वर्ष की शुभकामनाओं के साथ आप सभी के लिए एक कविता।


सूची एक बनायी मैंने
विगत वर्ष के दुष्ट जनों से
इक्का-दुक्का ही थे वे सब
आँचल भर गया मित्र जनों से।

आँसू कम औ खुशियाँ ज्यादा
दो औ दस का मेल बनाया
पलड़े में भारी थी खुशियाँ
आँसू तो बस बेचारे थे
आँखों में दिखते वे केवल
अन्तस भर गया सुधि जनों से।

कितने साँप निकल आए थे
आस्तीन को जब झाड़ा था
कितने अनदेखे मन ऐसे
जिनके पास फूलमाला थी
साँपों को अनदेखा कर के
अँजुरी भर गयी मिष्ट जनों से।

तीर धनुष भाला औ बरछी
दुश्मन में सारे दिखते थे
ढाई अक्षर प्रेम के देखे
सारे ओझल हो जाते थे
कलम प्रेम की मन के कागज
भर डालो तुम श्रेष्ठ जनों से।

खुशियाँ लाए समय नवान्तर
दुख को पीछे छोड़ निरन्तर
जग जाने दे प्रीत स्वयं की
काल रहेगा नूतन मनहर
सिंचित सकल प्रेम को लेकर
ज्योत जला ले इष्ट जनों से।

24 comments:

पी.सी.गोदियाल "परचेत" said...

आपको भी नव वर्ष की ढेरों शुभकामनाए!!

Mohinder56 said...

सुन्दर भाव भरी रचना...
आपको नव वर्ष की सपरिवार शुभकामनायें.

Unknown said...

सुन्दर रचना!

आप तथा आपके परिजनों के लिये नववर्ष मंगलमय हो!

36solutions said...

आपको नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाये.
सुख आये जन के जीवन मे यत्न विधायक हो
सब के हित मे बन्धु! वर्ष यह मंगलदयक हो.

(अजीत जोगी की कविता के अंश)

Murari Pareek said...

waah !! sundar panktiyon ke sath nav varsh ki shubh kamnaa !! aapko nayaa saal mubaark !!!

परमजीत सिहँ बाली said...

बहुत सुन्दर रचना है बधाई।
आप को सपरिवार नववर्ष की शुभकमनाएं।

vandana gupta said...

NAV VARSH MANGALMAY HO

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

नव वर्ष की मंगल कामनाएँ!

संगीता पुरी said...

बहुत सुंदर रचना है .. आपके और आपके पूरे परिवार के लिए भी नववर्ष मंगलमय हो !!

सागर नाहर said...

बहुत खूब, बहुत ही सुन्दर रचना है।

आपको भी नववर्ष की हार्दिक शुभकामनायें, नया साल आपके लिए ढ़ेरों खुशियां लेकर आये।
101वीं पोस्ट और रूना लैला की मधुर आवाज... बोले रे पपीहरा|

वाणी गीत said...

आस्तीन को जब झाड़ा था
कितने अनदेखे मन ऐसे
जिनके पास फूलमाला थी
साँपों को अनदेखा कर के
अँजुरी भर गयी मिष्ट जनों से....

पंक्तियाँ जी जुडा गयी ...
नव वर्ष की बहुत शुभकामनायें .....!!

राजकुमार ग्वालानी said...

बहुत सुन्दर रचना|


आप और आपके परिवार को नववर्ष की सादर बधाई
नव वर्ष की नई सुबह

डॉ टी एस दराल said...

नया साल एक नयी आशा लेकर आता है ।
आपको और आपके समस्त परिवार को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें।
सादर।
डॉ दराल

चंद्रमौलेश्वर प्रसाद said...

आप की सूची पुरानी नहीं होती क्योंकि इसमें नित नये नाम जुड़ते रहेंगे और पुरानों की याद ताज़ा करते रहेंगे:) नववर्ष की शुभकामनाएं।

Tej said...

Happy New Year to all of you

Mithilesh dubey said...

आपको नव वर्ष की ढेरों शुभकामनाए!

शोभना चौरे said...

आँसू कम औ खुशियाँ ज्यादा
दो औ दस का मेल बनाया
पलड़े में भारी थी खुशियाँ
आँसू तो बस बेचारे थे
आँखों में दिखते वे केवल
अन्तस भर गया सुधि जनों से।
man ko moh gai yh rachna .

anrjal ke abhari jo itne logo ka sneh mila .
navvarsh ki shubhkamnaye.

राजा कुमारेन्द्र सिंह सेंगर said...

नये वर्ष की शुभकामनाओं सहित

आपसे अपेक्षा है कि आप हिन्दी के प्रति अपना मोह नहीं त्यागेंगे और ब्लाग संसार में नित सार्थक लेखन के प्रति सचेत रहेंगे।

अपने ब्लाग लेखन को विस्तार देने के साथ-साथ नये लोगों को भी ब्लाग लेखन के प्रति जागरूक कर हिन्दी सेवा में अपना योगदान दें।

आपका लेखन हम सभी को और सार्थकता प्रदान करे, इसी आशा के साथ

डा0 कुमारेन्द्र सिंह सेंगर

जय-जय बुन्देलखण्ड

श्यामल सुमन said...

सार्थक सोच सृजन के संग में सुखमय हो परिवेश।
नये साल का हर पल अनुपम सुमन हृदय संदेश।।

सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com

निर्मला कपिला said...

मैम गुप्ता ज कल बहुत कोशिश की नेट नहीं चला । आपको नये साल की बहुत बहुत शुभकामनायें पूरे परिवार मे खुशियों के फूल खिलें । सुन्दर रचना के लिये बधाई । धन्यवाद

Sandesh Dixit said...

आपको भी नव वर्ष की बहुत बधाई ....
wordpress से blogspot पर आया हूँ एक रचना के साथ...पढ़े और टिपण्णी दे !!!

Tej said...

"आशा है एक नए उमंग की,
तरंग और उसके संवेग की॥
घूँघट उठाती दुल्हन २०१०...
और उसके स्पर्श की
मेरी दुल्हन २०१०
आपका स्वागत"

दिगम्बर नासवा said...

बहुत अच्छे तरह से रखा है आपने अपने मन को ..........
...... नया साल बहुत मुबारक हो ..................

kcverma said...

aapki uttam rchna ke saath-2 aapko nav varsh ki badhayee avm shubhkamnayen...