आपने किसी से प्रेम किया था? या आपके मन में आपके जीवनसाथी
की एक विशिष्ट कल्पना थी? इसके विपरीत आपका प्रेम या आपकी कल्पना साकार रूप ना ले
सकी हो तब ऐसे में आपने क्या किया? कल्पना कीजिए कि आपकी मनमर्जी के विरूद्ध
सगाई कर दी गयी हो और फिर कहा गया हो कि अब आप अपना मन मिलाने के लिए साथ-साथ
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3 comments:
आपकी उत्कृष्ट प्रस्तुति बुधवार के - चर्चा मंच पर ।।
gahri baat,sahaj andaaz!
रविकर जी और गोविल जी आपको आभार।
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