Monday, March 3, 2014

हनुमान द्वीप से अण्‍डमान द्वीप - प्रकृति का अद्भुत खजाना

अंग्रजों के क्रूर अत्‍याचार को दर्शाता सेलुलर जेल
वीर सावरकर सदृश्‍य हजारों स्‍वातंत्र्य वीरों की तपस्‍थली - अण्‍डमान निकोबार की सेलुलर जेल। ध्‍वनी और प्रकाश का कार्यक्रम प्रसारित हो रहा था। उद्घोषक ने प्रारम्‍भ किया - रामायण काल में जब राम-रावण का युद्ध चल रहा था तब हनुमान संजीवनी बूटी की तलाश में इसी मार्ग से गुजरे थे और उन्‍होंने इसी द्वीप पर विश्राम किया था।
पोस्‍ट को सम्‍पूर्ण पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें - http://sahityakar.com/wordpress/ 

3 comments:

प्रतिभा सक्सेना said...

आगे की उत्सुक प्रतीक्षा !

दिगम्बर नासवा said...

खुल नहीं रहा ये लिंक ... कुछ तो समस्या है ...

अजित गुप्ता का कोना said...

नासवा जी, www.sahityakar.com पर क्लि करें।