सेतुपति से मिलने से पूर्व मद्रास के मन्मथ बाबू के
साथ स्वामी रामेश्वरम् की यात्रा के लिए निकले लेकिन मन्मथ बाबू को सरकारी काम
से नागरकोइल तक जाना था। नागरकोइल पहुंचकर मन्मथबाबू ने स्वामीजी को कहा कि यहाँ
से कन्याकुमारी मात्र 12मील है। स्वामीजी ने कन्याकुमारी जाने का निश्चय किया। पोस्ट को पूरा पढ़ने के लिए इस लिंक पर जाएं -
http://sahityakar.com/wordpress/%E0%A4%9A%E0%A4%A4%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%A5-%E0%A4%96%E0%A4%A3%E0%A5%8D%E2%80%8D%E0%A4%A1-%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E2%80%8D%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%80-%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%B5/
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