आप लोग न जाने किस किस से डरते होंगे लेकिन मुझे तो
अब स्वयं से ही डर लगने लगा है। हँसिये मत और ना ही आश्चर्य प्रकट कीजिए,
बड़े-बूढ़ों ने कहावत ऐसे ही नहीं बनायी थी - साठ साल में सठिया गया है बुढ्ढा। साठ
साल पूरा होते ही मन बेचैन रहने लगा है, अपनी हर बात पर शंका होने लगी है कि ये सठियाने
के लक्षण तो नहीं है?
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