प्रत्येक व्यक्ति पृथक होकर स्वतंत्र होना चाहता
है क्यों? शायद वह स्वयं की सत्ता चाहता है। किसी का प्रतिबंध नहीं, किसी का
अनुशासन नहीं, किसी की दखलंदाजी नहीं, बस स्वयं की सत्ता। देश से लेकर समाज और
समाज से लेकर परिवारों में स्वतंत्रता और सत्ता की चाहत दिखायी देती है।
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2 comments:
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
साझा करने के लिए आभार।
आभार शास्त्रीजी।
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