Wednesday, January 2, 2013

निरर्थक सदवचनों से समाज का वीरत्‍व समाप्‍त हो गया है



कतिपय सदवाक्‍य, हमें अंधकार में धकेल रहे हैं
अभी एक सदवाक्‍य पढ़ा - don’t find fault, find a remedy.
चिकित्‍सकीय भाषा में एक बात कही जाती है - रोग का निदान हो जाए तो चिकित्‍सा हो जाती है।
सम्‍पूर्ण पोस्‍ ट पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें - http://sahityakar.com/wordpress/%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%B0%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%A5%E0%A4%95-%E0%A4%B8%E0%A4%A6%E0%A4%B5%E0%A4%9A%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%82-%E0%A4%B8%E0%A5%87-%E0%A4%B8%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%9C-%E0%A4%95/

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