श्रीमती अजित गुप्ता प्रकाशित पुस्तकें - शब्द जो मकरंद बने, सांझ की झंकार (कविता संग्रह), अहम् से वयम् तक (निबन्ध संग्रह) सैलाबी तटबन्ध (उपन्यास), अरण्य में सूरज (उपन्यास) हम गुलेलची (व्यंग्य संग्रह), बौर तो आए (निबन्ध संग्रह), सोने का पिंजर---अमेरिका और मैं (संस्मरणात्मक यात्रा वृतान्त), प्रेम का पाठ (लघु कथा संग्रह) आदि।
Friday, July 13, 2012
हम प्रतिदिन जहर पी रहे हैं तो प्रेम कहाँ से उपजेगा?
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
8 comments:
badhiya vicharaniy prastui...abhar
Muddaton baad aapko padha...bada achha laga....
बहुत अच्छी प्रस्तुति!
इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (15-07-2012) के चर्चा मंच पर भी होगी!
सूचनार्थ!
behtareen
अजित गुप्ता जी नमस्कार...
आपके ब्लॉग 'अजित गुप्ता का कोना' से लेख भास्कर भूमि में प्रकाशित किए जा रहे है। आज 23 जुलाई 'अभिव्यक्ति को मार्ग दो, नहीं तो वह विस्फोट में बदल जाएगी...' शीर्षक के लेख को प्रकाशित किया गया है। इसे पढऩे के लिए bhaskarbhumi.com में देख सकते है।
धन्यवाद फीचर प्रभारी
नीति श्रीवास्तव
this is very good about knowledge purpose ,,,,,,,,,,,,,
i am very apreciate to words i always want toread it,,,,
it's real fact that you are show in this blog....
Post a Comment