tag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post5854590688304349492..comments2023-12-30T03:15:36.067+05:30Comments on अजित गुप्ता का कोना: कौन होगा जो सूरज के रथ को फिर से साधने का मन बनाएंगा? - अजित गुप्ताअजित गुप्ता का कोनाhttp://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comBlogger39125tag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-36593978899797712512011-01-06T21:35:31.004+05:302011-01-06T21:35:31.004+05:30अजित जी नववर्ष पर आपका लेख भारतीय संस्कारों को नमन...अजित जी नववर्ष पर आपका लेख भारतीय संस्कारों को नमन के साथ बहुत कुछ और भी कह गया . हम भारतीय तो हैं ही उत्सव प्रिय कहते हैं ना सात वार नौ त्यौहार । हमारे घरों में हर महीने ना जाने कितने त्यौहार व्रत होते हैं जो जीवन में नयी उमंग नया उत्साह भर जाते हैं . और आपके राजस्थान में तो त्यौहार ही त्यौहार हैं । आपको नव वर्ष की शुभकामनाएं अब तो ये पुरानी पड़ने वाली हैं लोहड़ी , पोंगल , उत्तरायण , मकर संक्राति ,बिहू जो दस्तक दे रहा है . ज़ी न्यूज पर मेरा कार्यक्रम मंथन देखें हर रोज़ सुबह साढ़े 6 बजे भारतीय पर्वों और उत्सवों का महत्व है उसमें और आप से तो इसमें और भी बहुत मदद मिल सकती है । आपने ब्लॉग की दुनिया में पहला कदम रखने पर जो स्नेह दिया उसके लिए दिल से आभार-सर्जना शर्मा-https://www.blogger.com/profile/14905774396390857560noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-49179342059971626582011-01-04T20:56:39.100+05:302011-01-04T20:56:39.100+05:30Happy New Year Maa'm I like your style of writ...Happy New Year Maa'm I like your style of writing...really good.Gopal Mishrahttps://www.blogger.com/profile/17048839371013189239noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-42190165995597652942011-01-03T22:41:46.710+05:302011-01-03T22:41:46.710+05:30बहुत ही सार्थक आलेख...
नव-वर्ष की शुभकामनाएंबहुत ही सार्थक आलेख...<br />नव-वर्ष की शुभकामनाएंrashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-61284358078017959402011-01-03T20:06:52.085+05:302011-01-03T20:06:52.085+05:30आदरणीय अजित जी,
आपका यह गद्यलेख, एक सशक्त काव्य से...आदरणीय अजित जी,<br />आपका यह गद्यलेख, एक सशक्त काव्य से कम नहीँ।बहुत कुछ कह दिया है आपने।सूरज का यह रथ किन किन को आलोकित करेगा, राम ही जाने किन्तु जिन्हे किरणोँ की दरकार होगी, यकीन जानिये उन्हे प्रस्तुत लेख से बहुत कुछ मिलेगा।धन्यवादManoj Kumar Singh 'Mayank'https://www.blogger.com/profile/13509670923925698841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-13671961580414238532011-01-03T19:48:51.712+05:302011-01-03T19:48:51.712+05:30छुट्टियों के कारण आने में थोडा विलम्ब हुआ .
अच्छा ...छुट्टियों के कारण आने में थोडा विलम्ब हुआ .<br />अच्छा चिंतन लगा.<br />नववर्ष आपको शुभ हो .shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-54456251365300353162011-01-03T19:36:35.457+05:302011-01-03T19:36:35.457+05:30नव वर्ष के स्वागतार्थ इससे अच्छी और सार्थक पोस्ट क...नव वर्ष के स्वागतार्थ इससे अच्छी और सार्थक पोस्ट क्या हो सकती है !<br />आपको सपरिवार नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं !<br />साभार,<br />-ज्ञानचंद मर्मज्ञज्ञानचंद मर्मज्ञhttps://www.blogger.com/profile/06670114041530155187noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-13611928884134060512011-01-03T15:32:19.629+05:302011-01-03T15:32:19.629+05:30विचारणीय आलेख |
क्या हम इस उप संस्क्रती के वाहक नह...विचारणीय आलेख |<br />क्या हम इस उप संस्क्रती के वाहक नहीं है ?<br />बहुत सालो पहले कवी सम्मेलनों में नामी गिरामी कवियों को वाटर बेग में झाग का पानी पीते देखा था |तभी वो लोग बुजुर्ग थे और देश की संस्कृति को बचाने की कविताये पढ़ते थे मंच पर |शोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-64622645974276594202011-01-03T14:12:48.695+05:302011-01-03T14:12:48.695+05:30गहन चिन्तन से उपजी है आपकी पोस्ट ... सच में आज देश...गहन चिन्तन से उपजी है आपकी पोस्ट ... सच में आज देश की भावी पीड़ी इस महत्त्व को नहीं समझ रही ....<br />आपको और परिवार में सभी को नव वर्ष मुबारक ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-13977149345643926832011-01-03T12:59:08.635+05:302011-01-03T12:59:08.635+05:30आप सभी का आभार। नव वर्ष पर जितने भिन्न विचार आएंग...आप सभी का आभार। नव वर्ष पर जितने भिन्न विचार आएंगे उतना ही मनुष्य विचारवान बनेगा। इसलिए प्रत्येक नवीन विचार का स्वागत करें। बस आवश्यकता है कि ये विचार नकारात्मक ना हो। नकारात्मक विचार आपके मन के लिए भी हानिकारक होते हैं।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-83167959441341045222011-01-03T11:26:17.213+05:302011-01-03T11:26:17.213+05:30धरती को कुछ देने की बात काफी विचारणीय है वास्तव मे...धरती को कुछ देने की बात काफी विचारणीय है वास्तव में हमें सोचना पड़ेगा की हम क्या दे रहे है और हम क्या दे सकते है |<br /><br />वैसे पीने वालो को तो बहाने की जरुरत नहीं है वो तो जब चाहते है शुरू हो जाते है | <br /><br /> आप को नया साल मुबारक हो |anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-8361368143275283272011-01-03T10:36:16.271+05:302011-01-03T10:36:16.271+05:30बहुत प्रेरक विचार है -जैसी धरती हमें मिली ,उसे कुछ...बहुत प्रेरक विचार है -जैसी धरती हमें मिली ,उसे कुछ और सुन्दर बना कर ,अपनी आनेवाली संतानों को सौंप सकें ,इससे बड़ी और क्या बात हो सकती है !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-82209929572043944052011-01-03T09:48:16.099+05:302011-01-03T09:48:16.099+05:30तारीखें बदलने से मन के भाव नहीं बदलते। मन के भाव ब...तारीखें बदलने से मन के भाव नहीं बदलते। मन के भाव बदलने के लिए सुबह की भोर में जीना सीखना होगा। सीखना होगा , यह तब कोई बात बनेगी , तब होगा नया कुछ , जीवन का मायने । अच्छी पोस्ट । नववर्ष की शुभ कामनाएं ।खबरों की दुनियाँhttps://www.blogger.com/profile/02650413421178799430noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-29950939869596637712011-01-02T23:29:24.088+05:302011-01-02T23:29:24.088+05:30आम आदमी के हित में आपका योगदान महत्वपूर्ण है।
उपयो...आम आदमी के हित में आपका योगदान महत्वपूर्ण है।<br />उपयोगी जानकारी देने के लिए धन्यवाद!<br />नव वर्ष की बहुत-बहुत शुभकामनायें !<br /> -डॉ० डंडा लखनवीडॉ० डंडा लखनवीhttps://www.blogger.com/profile/14536866583084833513noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-19753851357086798062011-01-02T17:05:20.343+05:302011-01-02T17:05:20.343+05:30सार्थक बात रखी है आपने,
उत्सव का उत्साह तभी है जब...सार्थक बात रखी है आपने,<br /><br />उत्सव का उत्साह तभी है जब वह हमें आनंद दे।<br />स्वच्छन्दता तो अन्ततः दुखद ही बन जाती है।सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-309841076542778462011-01-02T15:46:49.377+05:302011-01-02T15:46:49.377+05:30बिलकुल सही कहा आपने। हम स्वार्थी हो गये हैं केवल म...बिलकुल सही कहा आपने। हम स्वार्थी हो गये हैं केवल मै के लिये सोचते हैं। आपको सपरिवार नये साल की हार्दिक शुभकामनायें।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-3173906734941628792011-01-02T14:09:41.992+05:302011-01-02T14:09:41.992+05:30नए साल की पहली पोस्ट.....अच्छी लगी.
नव वर्ष पर आ...नए साल की पहली पोस्ट.....अच्छी लगी. <br />नव वर्ष पर आप को ढेर सारी बधाइयाँ.<br /><br />_____________<br />'पाखी की दुनिया' में नए साल का पहला दिन.Akshitaa (Pakhi)https://www.blogger.com/profile/06040970399010747427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-35370145408977357432011-01-02T13:35:57.019+05:302011-01-02T13:35:57.019+05:30मंथन कराती रचना। नव वर्ष की शुभकामनाएं।मंथन कराती रचना। नव वर्ष की शुभकामनाएं।amit kumar srivastavahttps://www.blogger.com/profile/10782338665454125720noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-3226766105464971322011-01-02T12:42:49.396+05:302011-01-02T12:42:49.396+05:30Kya khoob likhtee hain aap!
Naye saalki mubarakbaa...Kya khoob likhtee hain aap!<br />Naye saalki mubarakbaad qubool karen!kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-28525281645713833582011-01-02T12:21:37.013+05:302011-01-02T12:21:37.013+05:30bahut achcha lagta hai aapka likha hua.bahut achcha lagta hai aapka likha hua.mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-91006651855280553932011-01-02T12:14:45.946+05:302011-01-02T12:14:45.946+05:30sarthak, vicharneey lekh.
nav varsh ki shubhkaamn...sarthak, vicharneey lekh.<br /><br />nav varsh ki shubhkaamnaayen.अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-69008547203622327152011-01-02T08:03:02.394+05:302011-01-02T08:03:02.394+05:30गंभीर, संयत, संतुलित और झिंझोड देने वाली पोस्ट. द...गंभीर, संयत, संतुलित और झिंझोड देने वाली पोस्ट. दुबारा पढ़ने का आकर्षण बना है.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-85540161315380479072011-01-01T23:42:35.879+05:302011-01-01T23:42:35.879+05:30नए साल के उजले भाल पे
लिखें इबारत नए ख्याल से।
*...नए साल के उजले भाल पे<br />लिखें इबारत नए ख्याल से। <br />*<br />आपकी बात शायद कोई समझे इस साल । <br />*<br />मुबारक 21 का 11।राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-45129874245369094492011-01-01T23:31:15.400+05:302011-01-01T23:31:15.400+05:30सार्थक रचना। नए साल के अवसर पर आपको और आपके परिवार...सार्थक रचना। नए साल के अवसर पर आपको और आपके परिवार के सभी सदस्यों को हार्दिक शुभकानाएं।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-47438833723502447142011-01-01T22:20:43.116+05:302011-01-01T22:20:43.116+05:30कुछ दे कर जाएँ यही पशु को मनुष्य बनाता है।कुछ दे कर जाएँ यही पशु को मनुष्य बनाता है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-11915346375283928142011-01-01T20:35:47.142+05:302011-01-01T20:35:47.142+05:30सूरज के रथ के रास्तों पर न जाने कितने निर्मम अध्या...सूरज के रथ के रास्तों पर न जाने कितने निर्मम अध्याय रचे जाते हैं। सूरज की राहों को निर्वाण कब मिलेगा।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com