tag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post6766078935080211903..comments2023-12-30T03:15:36.067+05:30Comments on अजित गुप्ता का कोना: ब्लागवाणी से हम पल्टी खा गएअजित गुप्ता का कोनाhttp://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comBlogger28125tag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-83073753848367550882010-02-02T23:55:45.729+05:302010-02-02T23:55:45.729+05:30Bilkul Thik kaha aapne.. Apke yahan to itne log aa...Bilkul Thik kaha aapne.. Apke yahan to itne log aa bhi gaye Pakvan ko pasand karne.. Mere yahan to bura haal hai. Kuch bhi Banao.. log badi mushkil se aate hai.. Aur Pasand par click karne me apne saath bhi yahi hua tha..अबयज़ ख़ानhttps://www.blogger.com/profile/06351699314075950295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-14847428215808879312010-02-02T19:24:29.849+05:302010-02-02T19:24:29.849+05:30.... लजीज ... जायकेदार.... स्वादिष्ट व्यंजन!!!.... लजीज ... जायकेदार.... स्वादिष्ट व्यंजन!!!कडुवासचhttps://www.blogger.com/profile/04229134308922311914noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-54776530556298051112010-02-02T17:36:39.323+05:302010-02-02T17:36:39.323+05:30अरे आप कोई प्रतिक्रिया ही नहीं कर रहे, बस ठूसे जा ...अरे आप कोई प्रतिक्रिया ही नहीं कर रहे, बस ठूसे जा रहे हैं, खा लिया तो टिप्पणी भी करो कि अच्छा लगा। यह सीन ध्यान आते ही झट की-बोर्ड पर अंगुलिया चल पड़ती है और तड़ातड़ टिप्पणियां लिख दी जाती हैं।<br />.हाहाहा हः वाह ! क्या रसोई पकाई है....क्या पकवान हैं.जायके दार पूरे फुल बट्टा फुल नंबर आपके....मजा आ गयाshikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-88806013417738332372010-02-02T16:41:02.608+05:302010-02-02T16:41:02.608+05:30कोई तारीफ़ करे या ना करे मगर हम तो अगर खायेगे तो अच...कोई तारीफ़ करे या ना करे मगर हम तो अगर खायेगे तो अच्छा बतायेगे जरूर<br />आज तो बहुत अच्छा रहा<br />सादर<br />प्रवीण पथिक<br />9971969084प्रवीण शुक्ल (प्रार्थी)https://www.blogger.com/profile/01003828983693551057noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-15680774115913975372010-02-02T14:53:10.703+05:302010-02-02T14:53:10.703+05:30मेरी रसोई और मेरा पकवान ही उन्हें मिला ऐसी ठिठोली...<b> मेरी रसोई और मेरा पकवान ही उन्हें मिला ऐसी ठिठोली करने को। पहली बार किया और पहली बार ही हम पल्टी खा गए। चलिए मेरा पकवान तो तैयार हो गया, आपके भी चख लूं। सीता-सीता।</b><br /><br />वाह आपने भी कमाल कि रसोई बनायी है ब्लागवाणी की. सच कहें तो हमें आज तक इसका छौंक तडका लगाना नही आया. हमारा रजिस्ट्रेशन ही नही होता तो वहां कैसे तडका लगायें?:)<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-37071971671806830192010-02-02T13:17:14.121+05:302010-02-02T13:17:14.121+05:30ब्लोगवानी के तरीके को तो हम अभी तक नही समझ पाए ......ब्लोगवानी के तरीके को तो हम अभी तक नही समझ पाए ...... हां दाल-बाटी ज़रूर समझ में आती है ..... मौका मिला तो आपके हाथ की भी खाएँगे ..........दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-21028148285367618502010-02-02T13:08:08.253+05:302010-02-02T13:08:08.253+05:30हाहा!ब्लॉगवाणी ने यह काम मजेदार किया है।
राजस्थान ...हाहा!ब्लॉगवाणी ने यह काम मजेदार किया है।<br />राजस्थान के व्यंजन तो बहुत स्वादिष्ट होते हैं।<br />घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-90324827387522003412010-02-02T12:31:29.113+05:302010-02-02T12:31:29.113+05:30हा हा हा हा हा चाट-पकौडी और इडली-डोसे पर भारी चूरम...हा हा हा हा हा चाट-पकौडी और इडली-डोसे पर भारी चूरमा-बाटी।ॐ मज़ा आ गया।हमको तो डकार भी आ गई।हा हा हा।Anil Pusadkarhttps://www.blogger.com/profile/02001201296763365195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-12997409175112400652010-02-02T11:41:56.739+05:302010-02-02T11:41:56.739+05:30लज़ीज़ बाटी चूरमा .......राधे राधे......लज़ीज़ बाटी चूरमा .......राधे राधे......L.R.Gandhihttps://www.blogger.com/profile/00227090318128258228noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-26287215137462186962010-02-02T10:57:02.448+05:302010-02-02T10:57:02.448+05:30:):)Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-26029116298133611902010-02-02T10:27:35.905+05:302010-02-02T10:27:35.905+05:30रोचक ।रोचक ।Dr. Mohanlal Guptahttps://www.blogger.com/profile/14804752307502533855noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-91434320080645424612010-02-02T09:39:08.175+05:302010-02-02T09:39:08.175+05:30ब्लोगवाणी का मामला कुछ ज़्यादा ही कोम्प्लिकेटिड हो ...ब्लोगवाणी का मामला कुछ ज़्यादा ही कोम्प्लिकेटिड हो गया है. मगर राजस्थानी खाना तो कहीं से भी कम नहीं है जी.Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-9621194712738474322010-02-02T08:33:14.021+05:302010-02-02T08:33:14.021+05:30यहाँ तो हम आपसे बहुत नाराज है , आपने कभी निमंत्रण ...यहाँ तो हम आपसे बहुत नाराज है , आपने कभी निमंत्रण दिया ही नहीं , नहीं हम तो खाने के बहुत शौकिन हैं , देखिए दौड़ते हुये आये हैं ।Mithilesh dubeyhttps://www.blogger.com/profile/14946039933092627903noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-7362095798232700582010-02-01T20:49:17.897+05:302010-02-01T20:49:17.897+05:30अजित जी
ताकना झांकना
और
फिर आंकना
इतना सरल नहीं ह...अजित जी<br />ताकना झांकना<br />और <br />फिर आंकना<br />इतना सरल नहीं है<br />इसमें बहुत गरल है<br />वैसे तरल तरल है<br />पर सब्जी बेखरल है<br /><br />संख्या घट जाए<br />तो न घबराएं<br />वापिस क्लिकाएं<br />।<br /><br />रहस्य यही है<br />यही है मुस्कान<br />जान लो<br />पहचान लो<br />राज यही है<br />बेराज भी यही है।<br /><br />सब सही है<br />सही सही है।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-11704198695011292782010-02-01T20:39:57.314+05:302010-02-01T20:39:57.314+05:30विचार के स्वाद ही नहीं मनोरंजन की छौंक का ज़ायका भ...विचार के स्वाद ही नहीं मनोरंजन की छौंक का ज़ायका भी मिला।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-11328116723183406902010-02-01T20:32:27.494+05:302010-02-01T20:32:27.494+05:30अब क्या कहें इस पोस्ट के बारे में!
मनोब्यथा को बड़...अब क्या कहें इस पोस्ट के बारे में!<br />मनोब्यथा को बड़ी चतुराई से <br />अंकित कर दिया आपने!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-38941986843344680062010-02-01T20:29:01.869+05:302010-02-01T20:29:01.869+05:30हा हा हा , अजित जी। बड़ी मजेदार पोस्ट लिखी है आज ...हा हा हा , अजित जी। बड़ी मजेदार पोस्ट लिखी है आज तो।<br />अब इतने लज़ीज़ पकवान पर भला कोई टिपण्णी कैसे नहीं करेगा।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-57324405647514128212010-02-01T19:56:38.377+05:302010-02-01T19:56:38.377+05:30niceniceRandhir Singh Sumanhttps://www.blogger.com/profile/18317857556673064706noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-31174146747988883972010-02-01T19:37:08.740+05:302010-02-01T19:37:08.740+05:30हम महिलाओं को ब्लागिंग करनी है .. तो हमें रसोई की...हम महिलाओं को ब्लागिंग करनी है .. तो हमें रसोई की शार्टकट विधियां अपनानी होगी .. मेरा एक रिसर्च इस दिशा में भी चल रहा है .. खाना जल्दी कैसे बने .. ताकि फटाफट प्रविष्टियों के पसंद भी बढाए जा सके .. और साथ ही साथ टिप्पणियां भी दी जा सके .. रिसर्च के पूरा होते ही शेयर करती हूं .. खाना बनाने में हमें बस दस मिनट लगेंगे .. अब उस खाने को खाने में खानेवालों को दो घंटे लग जाएं .. तो हमारी क्या गलती ??संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-23087397017678123742010-02-01T19:27:55.975+05:302010-02-01T19:27:55.975+05:30हा हा हा...बिलकुल सही कहा आपने..ऐसे कैसे चुपचाप चल...हा हा हा...बिलकुल सही कहा आपने..ऐसे कैसे चुपचाप चले जायेंगे खाकर...नमक कम ज्यादा बताना तो पड़ेगा...और अच्छा लगे पकवान तो तारीफ भी करनी पड़ेगी...और फरमाईश भी तो करनी पड़ेगी...तो चलिए हम अपनी फरमाईश तो कर देते हैं...ऐसे ही अच्छे पकवान खिलाती रहा करें...शुक्रियाrashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-79277935536835260872010-02-01T19:12:43.985+05:302010-02-01T19:12:43.985+05:30vराजस्थानी हैं तब तो चूरमा पसंद करना ही होगा ...मग...vराजस्थानी हैं तब तो चूरमा पसंद करना ही होगा ...मगर चूरमा एक दिन दबा कर खा ले तो पेट का क्या हाल होता है ...जानती ही होंगी ...इसलिए थोडा थोडा कर के खाते हैं ....हा हा हा .....<br /><br />ये पसंद वाला मामला तो हम जैसे आलसियों के लिए बड़ा दुखद है ...दुखती रग पर हाथ रख दिया आपने ..ये ब्लोग्वानी को भी क्या फितूर सुझा है ...अच्छा खासा सीधा सदा काम मुश्किल बना दिया है ...<br /><br />बहुत रोचक रही आपकी प्रविष्टी ....!!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-27580569821500597242010-02-01T19:11:52.145+05:302010-02-01T19:11:52.145+05:30"हम ठहरे राजस्थान के लोग बड़ा सीधा-सादा भोजन ...<b>"हम ठहरे राजस्थान के लोग बड़ा सीधा-सादा भोजन बनाते हैं"</b><br /><br />क्या कह रही हैं डॉक्टर साहिब आप? राजस्थानी भोजन का तो स्वाद ही निराला है। हम तो जब कभी भी कहीं बाहर जाते हैं तो खाने के लिये राजस्थानी या मारवाड़ी भोजनालय की ही तलाश करते हैं। कैर सांगली का तो जवाब ही नहीं है। और आपके ब्लोग वाली रसोई का स्वाद तो हमें बहुत ही भाता है!<br /><br /><b>"अरे यह क्या संख्या तीन की जगह दो हो गयी।"</b><br /><br />एक बार फिर चटका लगा दीजिये संख्या फिर से तीन हो जायेगी। नये ब्लागवाणी में अब सिर्फ एक बार ही पसंद या नापसंद किया जा सकता है जिसे फिर से चटका लगाकर वापस भी लिया जा सकता है।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-3035758131592749022010-02-01T19:09:42.770+05:302010-02-01T19:09:42.770+05:30मजेदार पोस्ट!मजेदार पोस्ट!अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-61228261874357437842010-02-01T18:53:49.721+05:302010-02-01T18:53:49.721+05:30ha ha ha ...
Bahut zabardast pakwaan banati hain a...ha ha ha ...<br />Bahut zabardast pakwaan banati hain aap Dr. Sahiba ..<br />Is blog vani ke chakkar mein hi kyun rehna..jinko chakhna hota hai wo chakhenge hi aur pasand bhi karenge..<br />hamlog hamesha se hi pasand karte hain aapke pakwaan...haan chup-chap se kha kar nikal jaate hain..<br />:):)स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-3271584175931866892010-02-01T18:42:36.163+05:302010-02-01T18:42:36.163+05:30आपकी तो अभी खिड़की खुली ही नहीं, बहुत देर खड़े रहे फ...आपकी तो अभी खिड़की खुली ही नहीं, बहुत देर खड़े रहे फिर वापस लौटना पड़ा।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.com