tag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post4471117249652867764..comments2023-12-30T03:15:36.067+05:30Comments on अजित गुप्ता का कोना: आजकल लोग बिच्छू होते जा रहे हैं - अजित गुप्ताअजित गुप्ता का कोनाhttp://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comBlogger44125tag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-3375564526482229322011-09-20T14:32:25.959+05:302011-09-20T14:32:25.959+05:30" मेरा कार्य है क्रिया करना, प्रतिक्रिया दूस..." मेरा कार्य है क्रिया करना, प्रतिक्रिया दूसरों के लिए छोड़ रखी है।" - ऐसा ही कल नरेंद्र भाई मोदी जी के भाषण में देखा ! केवल क्रिया , कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली ! बेचारे पत्रकार टोपी पर हाथ मारते रह गए ! फिर भी बे-नतीज ! सुन्दर लेख !G.N.SHAWhttps://www.blogger.com/profile/03835040561016332975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-35819777864060262372011-09-20T12:38:24.757+05:302011-09-20T12:38:24.757+05:30सही कह रही है आपसही कह रही है आपसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-7435249696296158192011-09-20T10:50:22.811+05:302011-09-20T10:50:22.811+05:30और हाँ डंक सहते सहते इंसान बिच्छु ही तो हो जायेगा ...और हाँ डंक सहते सहते इंसान बिच्छु ही तो हो जायेगा न ...संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-18567043609406383542011-09-20T10:49:19.044+05:302011-09-20T10:49:19.044+05:30जहाँ क्रिया होगी वहाँ प्रतिक्रिया भी होगी ... डंक ...जहाँ क्रिया होगी वहाँ प्रतिक्रिया भी होगी ... डंक सहते सहते यही प्रतिक्रिया है कि इसके हम आदी हो चुके हैं ..आम जनता कितना ही कुलबुलाए मँहगाई से पर फिर ढल जाती है और चलती रहती है यूँ ही ज़िंदगी ...जब माँ से सुनते थे कि एक रूपये का चालीस सेर गेहूँ आता था तो ताज्जुब होता था ... आज जब सोचती हूँ कि हमने आठ आने का एक लीटर दूध खरीदा हुआ है और यह बात आज की तारीख में खुद को ही ताज्जुब में डालने वाली है ...<br />बद डंक खाते जा रहे हैं और सह रहे हैं ...आखिर इसी को तो विकास कहते हैंसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-88189951902507805892011-09-19T07:28:21.555+05:302011-09-19T07:28:21.555+05:30बिच्छू के माध्यम से बहुत ही अच्छे संदेश गर्भित हैं...बिच्छू के माध्यम से बहुत ही अच्छे संदेश गर्भित हैं.Sapna Nigam ( mitanigoth.blogspot.com )https://www.blogger.com/profile/00012875891407319363noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-26107915362790157512011-09-19T05:43:25.022+05:302011-09-19T05:43:25.022+05:30प्रतिक्रिया और टिप्पणियों का समुचित प्रयोग आवश्य...प्रतिक्रिया और टिप्पणियों का समुचित प्रयोग आवश्यक है, वैसे नान वर्बल भी होती है प्रतिक्रियाएं, जिनमें मुस्कुराना कभी सहलाता है तो कभी डंक की तरह होता है.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-61508070788564642062011-09-19T03:17:52.756+05:302011-09-19T03:17:52.756+05:30सत्य यही है.. कुछ लोग जो बिच्छू होते हैं वगैर डंक...सत्य यही है.. कुछ लोग जो बिच्छू होते हैं वगैर डंक के जहर उतार देते हैं ...त्रिवेणीhttps://www.blogger.com/profile/18065125611157155281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-33846436043927085502011-09-18T21:21:38.370+05:302011-09-18T21:21:38.370+05:30बिच्छू ....अब कोई भी डंक असर करता है क्या?
जोरदार ...बिच्छू ....अब कोई भी डंक असर करता है क्या?<br />जोरदार वापसी के लिए बधाई.स्वागत है आपका.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-74524144684008094962011-09-18T17:23:34.019+05:302011-09-18T17:23:34.019+05:30बड़ी लकीर खींचना ही सबसे बड़ी समझदारी है। परंतु कभ...बड़ी लकीर खींचना ही सबसे बड़ी समझदारी है। परंतु कभी-कभी किसी खास समय पर प्रतिक्रिया करना अत्यंत उचित होता है। वरना पानी सिर से गुजरने लगता है और बिना लड़े हथियार डालना कायरता है।Rohit Singhhttps://www.blogger.com/profile/09347426837251710317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-73340609025239330692011-09-18T15:31:23.511+05:302011-09-18T15:31:23.511+05:30संजय जी और प्रतुल वशिष्ठ जी से सहमत हूँ कई बार प्र...संजय जी और प्रतुल वशिष्ठ जी से सहमत हूँ कई बार प्रतिक्रिया करनी जरूरी हो जाती है वर्ना यदि आप पर कोई आरोप लगाया जा रहा है तो उसे भी सही मान लिया जाता है.अच्छी वापसी की है.बढिया पोस्ट.राजनhttps://www.blogger.com/profile/05766746760112251243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-87936395139690726762011-09-18T14:23:17.310+05:302011-09-18T14:23:17.310+05:30Some body said Life is aFootball game,and we are t...Some body said Life is aFootball game,and we are the Footballs .Never mind the kicks of people because without kicks we may not not reach the goal.So my dear bhadte chalo .dr kiran mala jainhttps://www.blogger.com/profile/12900616331456968920noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-54207352855551920912011-09-18T13:54:41.682+05:302011-09-18T13:54:41.682+05:30बिच्छू ??????????
ओफ्फ....अपन यहां से खिसक लेते...बिच्छू ??????????<br /><br /> ओफ्फ....अपन यहां से खिसक लेते हैं :) <br /><br /> एक बिच्छू ने डंक मारा था गाँव में तब से बिच्छू नाम सुनते ही सिहरन होती है :) <br /><br />यह रही मेरी आपबीती - <br /><br /> http://safedghar.blogspot.com/2010/06/blog-post_22.htmlसतीश पंचमhttps://www.blogger.com/profile/03801837503329198421noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-47037750245300901932011-09-18T12:40:08.300+05:302011-09-18T12:40:08.300+05:30@ रविकर जी, आपकी कविता बहुत पसन्द आयी। आभार।@ रविकर जी, आपकी कविता बहुत पसन्द आयी। आभार।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-78778847409447968372011-09-18T10:25:43.512+05:302011-09-18T10:25:43.512+05:30जोरदार वापसी। सही बात कहती बढ़िया पोस्ट।जोरदार वापसी। सही बात कहती बढ़िया पोस्ट।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-51090008634990639942011-09-18T09:46:51.726+05:302011-09-18T09:46:51.726+05:30देश में तीस करोड़ से ज़्यादा लोग रोज़ भूखे पेट सोन...देश में तीस करोड़ से ज़्यादा लोग रोज़ भूखे पेट सोने को मजबूर हैं...ये ख़बर नहीं है...ख़बर तो वो है जब खाए-पिए नेता जी उपवास का शगल अपना कद बढ़ाने के लिए करते हैं...और हर कोई ऐसा बिछा जाता है कि नेताजी से बड़ा परोपकारी कोई है ही नहीं...बिच्छू का काटा शायद बच जाए लेकिन इन बगुला भगतों का काटा पानी भी नहीं मांगता...<br /><br />जय हिंद...Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-78783121489650996102011-09-18T09:42:58.711+05:302011-09-18T09:42:58.711+05:30इमानदारी से व्यक्त किये गए विचार. इस भड़ास कहाँ उप...इमानदारी से व्यक्त किये गए विचार. इस भड़ास कहाँ उपयुक्त नहीं. आपके विचार सराहनीय है.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-23525521013275367432011-09-18T09:18:47.465+05:302011-09-18T09:18:47.465+05:30.
प्रतिक्रिया न देकर अपने मन की शान्ति तो पायी जा....<br /><br />प्रतिक्रिया न देकर अपने मन की शान्ति तो पायी जा सकती है लेकिन समाज में फैली गन्दगी के खिलाफ , आवाज़ अवश्य उठानी चाहिए ताकि अभद्रताओं की पुनरावृत्ति न हो सके। रही बात 'बिच्छू' की तो यह सर्वविदित है कि मनुष्य में देवत्व और पशुत्व दोनों ही वद्यमान होते हैं। ये हमारे ऊपर है की हम अपने अन्दर के किस भाव को पुष्ट करना चाहते हैं। <br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-11583900912766396922011-09-18T08:10:58.320+05:302011-09-18T08:10:58.320+05:30ये तो डिग्रेडेशन हो गया लोगों का :-)ये तो डिग्रेडेशन हो गया लोगों का :-)BS Pablahttps://www.blogger.com/profile/06546381666745324207noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-70424542929678529332011-09-18T01:26:03.153+05:302011-09-18T01:26:03.153+05:30बिच्छू के डंक से बात शुरू कर आपने इसे जिस अंदाज म...बिच्छू के डंक से बात शुरू कर आपने इसे जिस अंदाज में आगे बढाया वह काबिले तारीफ है। <br />आम नागरिकों की व्यथा और राजनेताओं पर कटाक्ष लाजवाब।Atul Shrivastavahttps://www.blogger.com/profile/02230138510255260638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-56602695585324273862011-09-17T23:50:55.342+05:302011-09-17T23:50:55.342+05:30अजित जी लगता नहीं आपको कि अब हमें डंक का भी असर नह...अजित जी लगता नहीं आपको कि अब हमें डंक का भी असर नहीं होता\ क्या हुआ अगर ७५ रुपए पेट्रोल हो गया?<br />एक शे’र है<br /><br />ख़िज़ां से छीन के अब नक़्दे-गुल शुमार करे,<br />कहो सबा से बहारों का कारोबार करे।<br /><br />और<br /><br />जिसमें हिस्सा हो न सबके नाम का<br />ऐसा जीवन भी भला किस काम का?<br />जानवर मंहगे हुए इस देश में<br />आदमी मिलता है सस्ते दाम का!मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-53024166719070064712011-09-17T23:32:13.232+05:302011-09-17T23:32:13.232+05:30बहुत दिनों बाद आपको सक्रीय देखकर अच्छा लगा। इन ने...बहुत दिनों बाद आपको सक्रीय देखकर अच्छा लगा। इन नेताओं को डंक मारना ही आता है। दूसरों पर कीचड उछाल कर ही तो वे अपने कुर्ते को साफ़ बता सकते हैं॥चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-48007134019927548152011-09-17T22:44:29.223+05:302011-09-17T22:44:29.223+05:30लोग कितने ही बिच्छू बन जाएं लेकिन आप उन पर ध्यान...लोग कितने ही बिच्छू बन जाएं लेकिन आप उन पर ध्यान मत दीजिए। मेरा यह अचूक फार्मूला है और मैंने इसी फार्मूले से कई लड़ाइयां जीती हैं। मुझे लोग कहते रहते हैं कि आप प्रतिक्रिया क्यों नहीं करती? मैं हमेशा कहती हूँ कि मेरा कार्य है क्रिया करना, प्रतिक्रिया दूसरों के लिए छोड़ रखी है। <br /><br />आपकी पोस्ट में सुंदर जीवन मंत्र मिल गया ...आभार डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-10490828432867015732011-09-17T21:20:19.771+05:302011-09-17T21:20:19.771+05:30main to kal hi aayi thi koi pratikriya dikhau leki...main to kal hi aayi thi koi pratikriya dikhau lekin kal tak kuchh mila nahi aapke blog par. aaj apki post dekhi aur ant me pata chala ki aap to pravasi ho gayi thi. khair aaj hame b avsar mil gaya pratikriya karne ka.<br /><br />bas yahi kahna hai ki aap kam se kam kriya to karte rahiye...ham dank jhailte rahenge.अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-75126082279399400742011-09-17T21:00:54.238+05:302011-09-17T21:00:54.238+05:30जुर्म साबित होने पर भी प्रतिक्रियाहीनता से ही तो व...जुर्म साबित होने पर भी प्रतिक्रियाहीनता से ही तो वर्तमान सरकार अब तक जीत का जश्न मनाती रही है.... चुप्पी साधे बैठे हैं सभी दुष्ट .... कराह करती जनता का स्वर उन्हें सुनायी नहीं देता... शोषितों की शिकायतें प्रतिक्रियाहीन रह जाती हैं.<br />हाँ यह सत्य है कि हमारी चुप्प ... हमें जीत का अनुभव कराती है... किन्तु यह भ्रम है..<br />लेकिन बकवादियों और निर्लज्जों के मामले में ......... प्रतिक्रियाहीनता और चुप्प....... अच्छे हथियार हैं.प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-33552716143677858422011-09-17T20:00:21.250+05:302011-09-17T20:00:21.250+05:30हमने तो सरकारी मंहगाई को भी प्राकृतिक आपदा मान लिय...हमने तो सरकारी मंहगाई को भी प्राकृतिक आपदा मान लिया है....<br /><br />बहुत ही सुन्दर और सटीक कटाक्ष..आभारKailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.com