tag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post1186218115864219231..comments2023-12-30T03:15:36.067+05:30Comments on अजित गुप्ता का कोना: महिला होना चाहती हूँअजित गुप्ता का कोनाhttp://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-15927946002497994182019-03-11T11:32:26.870+05:302019-03-11T11:32:26.870+05:30महिला बनने में खुशी मिलती है। जी बहुत बढ़िया, सादर...महिला बनने में खुशी मिलती है। जी बहुत बढ़िया, सादर।Vocal Babahttps://www.blogger.com/profile/02214260420282752358noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-49650336398634839122019-03-11T11:25:28.516+05:302019-03-11T11:25:28.516+05:30This comment has been removed by the author.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-49127477162027807872019-03-11T09:55:27.470+05:302019-03-11T09:55:27.470+05:30आभार अनिता जीआभार अनिता जीअजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-70202164836641298502019-03-11T09:13:43.697+05:302019-03-11T09:13:43.697+05:30दिल को छूने वाला लेख..महिला होने के कितने फायदे है...दिल को छूने वाला लेख..महिला होने के कितने फायदे हैं यह समझ में आ जाये तो कोई बेटी, बेटा कहकर पुकारे जाने पर खुश नहीं होगी..वह जो है वही बनना चाहेगी Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-42614988812330126382019-03-09T23:52:55.825+05:302019-03-09T23:52:55.825+05:30आपकी ब्लॉग पोस्ट को आज की ब्लॉग बुलेटिन प्रस्तुति ...आपकी ब्लॉग पोस्ट को आज की ब्लॉग बुलेटिन प्रस्तुति <a href="https://bulletinofblog.blogspot.com/2019/03/ustad-zakir-hussain.html" rel="nofollow">उस्ताद जाकिर हुसैन और ब्लॉग बुलेटिन</a> में शामिल किया गया है। <b>एक बार आकर हमारा मान जरूर बढ़ाएँ। सादर ... अभिनन्दन।।</b>HARSHVARDHAN https://www.blogger.com/profile/15717143838847827989noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-12941998916268239032019-03-09T09:52:28.419+05:302019-03-09T09:52:28.419+05:30विकास जी आभार।विकास जी आभार।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5543246866765877657.post-81034075903248960102019-03-08T12:47:33.663+05:302019-03-08T12:47:33.663+05:30हम जब भी कभी सशक्त महिला को देखते हैं तो न जाने क्...हम जब भी कभी सशक्त महिला को देखते हैं तो न जाने क्यों यह उम्मीद करते हैं कि वो पुरुष जैसी होगी। हमने नारीत्व को न जाने क्यों कमजोरी से जोड़ा हुआ है। यही से सारी जद्दोजहद शुरू होती है। सुन्दर लेख। अपने भुलाकर नहीं अपने को जानकर और अपने अस्तित्व से जब हम सहज होते हैं तभी जाकर हम सही मायने में सशक्त हो सकते हैं। आभार। विकास नैनवाल 'अंजान'https://www.blogger.com/profile/09261581004081485805noreply@blogger.com